आज मेरा जन्मदिन है....सुबह से लोग शुभकामनाएं दे रहे हैं...फोन कम था कि अब मोबाइल...एसएमएस....ईमेल...ऑर्कुट और फेसबुक भी है....लगा कि कुछ तो लिख ही दूं...तो कुछ भी लिखने के चक्कर में कुछ लिखा डाला है....आज मेरा जन्मदिन है आशा है कम से कम आज तो आप एक कविता झेल ही लेंगे.....
समय....
बिना किसी मुश्किल
कट जाता है....
मुश्किल था
ऐसा सोचना भी....
पर हर वक्त
धूप , छाँव
जीत,हार
सोचा था यही......
घबराता,शरमाता हुआ
सहता रहा दिल....
कि न आता
कोई भी गम
और इसे मनाने में
सोचने-विचारने
घबराने में
कट गए
ये कई साल......
और मैं
हर बार
खोजता,
संजोरता,
खुशियों को बटोरता..
करता रहा आसां
ये मुश्किल.......